Virtual Program – Chhatrapati Shahu Maharaj Memory centenary year.

Virtual Program – Chhatrapati Shahu Maharaj Memory centenary year.

6 May 2021, Time: 06 PM on Waman Meshram Facebook page.

शाहू छत्रपति महाराज के स्मृति शताब्दी वर्ष के अवसर पर विशेष राष्ट्रीय लाइव कार्यक्रम एवं ऐतिहासिक घोषणा…

दिनांक: 6 मई 2021, समय: शाम 06 बजे से

स्थल : Waman Meshram फेसबुक पेज

लिंक : https://www.facebook.com/WamanCMeshram

विषय: 1.“अगर सत्ता फिर से ब्राम्हणों के हात में गयी तो वे लोग फिर से हमे पुरानी ब्राम्हणी राजव्यवस्था (पेशवाई) में धकेलकर गुलाम बनाएंगे ! ” दि. 03 जुलाई 1918 को शाहू छत्रपति महाराज लार्ड सिडनेहैम को लिखा खत।

2.”नामधारी नेतृत्व यह जातिय प्रतिनिधित्व का विकल्प नही हो सकता। क्यों कि नामधारी नेतृत्व यह ब्राम्हणी ब्यूरोक्रेसी के हाथ का खिलौना बनेगा!”-17 अगस्त 1918 को मिस्टर मांटेग्यू को शाहू छत्रपति महाराज ने सादर किया ज्ञापन

3. अर्थात-कम्युनल अवार्ड के जनक है शाहू छत्रपति महाराज।

4. अगर शाहू छत्रपति महाराज 1932 में जिंदा रहते तो गांधी द्वारा पुणे करार थोपना संभव होता ? अर्थात- शाहू छत्रपति महाराज की ही विरासत डॉ बाबासाहेब आंबेडकर चला रहे थे।-एक विचारमंथन।

उदघाटक:-जस्टीस विरेंद्र यादव जी (रिटायर्ड हाई कोर्ट जज,यूपी)

वक्ता:- प्रो.विलास खरात (राष्ट्रीय महासचिव,भारत मुक्ती मोर्चा,नई दिल्ली), प्रो.डॉ.जे.बी.शिंदे(कोल्हापूर), मा. चौधरी विकास पटेल (राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा), प्रो.सुभाष राठोड़ (राष्ट्रीय संयोजक,राष्ट्रीय घुमन्तु जनजाति मोर्चा)

अध्यक्षता:-मा. वामन मेश्राम (राष्ट्रीय संयोजक ,बहुजन क्रांति मोर्चा,नई दिल्ली)